खुदा का शुक्र अब तक दिल-ए-खुद्दार जिंदा है..!! चलता रहूँगा पथ पर, चलने में माहिर बन जाऊँगा, या तो मंजिल मिल जायेगी या अच्छा मुसाफ़िर बन जाऊँगा. जी चाहे कि दुनिया की हर एक फ़िक्र भुला कर, क्योंकि तेरी जवानी से ज़ादा, हमारे तेवर गरम है। सांसे मेरी, जिंदगी भी https://hindishayarigenerator20229.azuria-wiki.com/122637/5_simple_statements_about_shayari_on_karma_explained