She recounts his story according to the versions present in two distinct Tamil manuscripts juxtaposed to his village cult. रत्नपादुकाप्रभाभिरामपादयुग्मकं नित्यमद्वितीयमिष्टदैवतं निरंजनम् । मृत्युदर्पनाशनं करालदंष्ट्रमोक्षणं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥६॥ श्री भैरव चालीसा भगवान भैरव को समर्पित एक भक्ति स्तोत्र है, जिन्हें भगवान शिव का उग्र रूप माना जाता है। भैरव चालीसा https://vashikaran02456.blogstival.com/52347330/bhairav-an-overview