ऊपर दिए गए लंबे मंत्र की तरह यह भी लंबा है, लेकिन उच्चारण में सरल है। वह इस प्रकार है- देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम्। यक्ष राक्षस भैरव बेताल ग्रह राक्षसादिकम क्षणेन हन हन भंजय भंजय मारय मारय गारुड तलनम वार भाषइ, लाडि भोजाइ आमि पिशाचि अमुकार (नाम) After https://codywxxxu.fare-blog.com/34061680/the-single-best-strategy-to-use-for-vashikaran